इन प्लेनस्पीक यौनिकता से जुड़े मुद्दों की बारीक़ियों पर सरल और सुगम तरीक़े से आलोचना करती है। हमारे लिए सरल का मतलब अतिसरलीकरण नहीं है और बारीक़ियों पर चर्चा करने का मतलब भारी-भरकम भाषा के शब्दजाल में आपको फंसाना नहीं है।
इन प्लेनस्पीक का मक़सद है यौनिकता से जुड़े गंभीर और संवेदनशील मुद्दों पर बातचीत करने के लिए एक सुरक्षित, समावेशी, और सकारात्मक डिजिटल माहौल तैयार करना, और यौनिक और प्रजनन स्वास्थ्य और अधिकारों (SRHR) के साथ ख़ुशहाली के महत्व पर चर्चा करना।
विभाग
इश्यू इन फ़ोकस/चर्चा का विषय
महीने के लिए चुने गए थीम पर गहरा और बारीक़ विश्लेषण करता हुआ लेख।
सीमा – 1000 से 1500 शब्द।
इंटरव्यू/साक्षात्कार
SRHR या मानवाधिकार-संबंधित अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले विशेषज्ञों के साक्षात्कार।
रिव्यू/देख-परख
किताबों, फ़िल्मों, टीवी सीरीज़, कवि सम्मेलनों, कला प्रदर्शनियों, ऐप्स, या यौनिकता और अधिकार से जुड़े किसी भी कार्यक्रम पर आलोचनाएं। ये आलोचनाएं नई और पुरानी किताबों, फ़िल्मों, या टीवी सीरीज़ की हो सकतीं हैं। उनकी भी हो सकती है जिन्हें ‘क्लासिक’ माना जाता है।
सीमा – 800-1200 शब्द।
द ‘आई’ कॉलम/मेरा पन्ना
महीने के लिए चुना गया थीम लेखक को व्यक्तिगत तौर पर कैसे प्रभावित करता है इस पर लेख जो लेखक की ख़ुशहाली और उनके यौनिकता/प्रजनन-संबंधित अधिकारों की अभिपुष्टि या हनन पर केंद्रित होते हैं।
सीमा – 800-1200 शब्द।
वॉयसेज़/बातों की झड़ी
इसके तहत अलग-अलह क़िस्म के ‘नॉन-फ़िक्शन’ लेख आते हैं जैसे मुद्दों पे लेखक की राय, ऑप-एड कॉलम, किसी अभियान या आंदोलन के बारे में जानकारी, हास्य के लेख, या किसी मुद्दे पर तर्क।
सीमा – 1000-1500 शब्द।
फ़िक्शन ऐंड पोएट्री/कहानियां और कविताएं
यहां लघुकथाएं और कविताएं प्रकाशित होते हैं जो किसी न किसी तरह से अंक के थीम से जुड़े होते हैं।
सीमा – लघुकथाओं के लिए 1000-1500 शब्द। एक बार में 2-3 कविताएं भेजी जा सकतीं हैं।
विज़ुअल कॉर्नर
यहां चित्रकला और वीडियो आते हैं जो हमारे अपने हों या अनुमति और श्रेय के साथ जो इंटरनेट से लिए गए हों। विज़ुअल कॉर्नर के दो हिस्से हैं –
- ब्रशस्ट्रोक्स/कला और कलाकृतियां – इसके अंतर्गत चित्रकला और फ़ोटोग्राफ़ आते हैं जो महीने के थीम से संबंधित हों। इस विभाग के लिए आप अपने स्वनिर्मित फ़ोटोग्राफ़ और चित्रकला भेज सकते हैं। आप कम से कम पांच और ज़्यादा से ज़्यादा दस फ़ोटो भेज सकते हैं, और हर एक का रेसोल्यूशन कम से कम 1200 x 1800 पिक्सेल होना चाहिए। फ़ाईल की साईज़ 1 एमबी से ज़्यादा नहीं हो सकती। तस्वीरें .jpeg, pdf, या .png फ़ॉर्मैट में भेजें।
- वीडियो – इंटरनेट से ली गई महीने की थीम से संबंधित एक छोटी डाक्यूमेंट्री या लघु फिल्म।
क्यूरेटेड कॉन्टेन्ट
हमारा क्यूरेटेड कॉन्टेन्ट (कॉर्नर्स, ब्रशस्ट्रोक्स, या वीडियो) इंटरनेट पर अन्य स्रोतों से लिया जाता है और यौनिकता और अधिकारों से संबंधित कॉन्टेन्ट का प्रचार करने के लिए हमारी पत्रिका में प्रकाशित किया जाता है। इस कॉन्टेन्ट पर हमारा कोई कॉपीराईट नहीं होता और इससे जुड़े सारे अधिकार इसके निर्माताओं के पास ही रहते हैं। कॉर्नर्स और वीडियो में हम लिंक ‘एम्बेड’ कर देते हैं। लेख और ब्रशस्ट्रोक्स की तस्वीरें मूल स्रोत से लेकर प्रकाशित किए जाते हैं और हम मूल स्रोत का लिंक भी साझा करते हैं।
सामान्य निर्देश
- हम वही कृतियां स्वीकार करते हैं जो स्वनिर्मित हों और पहले कहीं और न छपीं हों। अगर आपका काम कहीं और छपने के लिए चुना गया हो जब हम उसकी जांच करने या उसे संपादित करने के बीच में हैं तो हमें ज़रूर सूचित करें।
- साहित्यिक चोरी (plagiarism) के लिए हर लेख की जांच की जाएगी। अगर पता चला कि आपका लेख किसी दूसरी जगह से नक़ल किया गया है और मूल निर्माता को श्रेय नहीं दिया गया है तो उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।
- तारशी को आपकी कृतियां स्वीकार या अस्वीकार करने और उन्हें संपादित करने का पूरा अधिकार है। कभी-कभी अपने पाठकों को किसी लेख का प्रसंग समझाने के लिए हम लेख में संपादक की ओर से एक नोट भी जोड़ सकते हैं।
- आपके लेख में अगर किसी जाति, वर्ग, जेंडर, नस्ल, धर्म, यौनिक रुझान या जेंडर पहचान, विकलांगता इत्यादि के लिए नफ़रती और भेदभावपूर्ण भाषा का इस्तेमाल किया गया हो तो हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे।
- लेख को वर्ड डॉक्यूमेंट (.doc या .docx) के रूप में भेजें। लेख में साईज़ 12 फ़ॉन्ट का सिंगल स्पेसिंग के साथ इस्तेमाल करें। हर विभाग की शब्द सीमा एक बार फिर देख लें। एपीए साइटेशन स्टाईल का ही प्रयोग करें।
- इन प्लेनस्पीक में अपना योगदान भेजने के लिए अपने डॉक्यूमेंट का नाम कुछ इस तरह रखें – “[विभाग का नाम], [अंक का नाम] ー[आपका पूरा नाम]”। जैसे “बातों की झड़ी, सत्ता और यौनिकता ー (पूरा नाम)”।
- हम केवल नीचे दिए गए गूगल फ़ॉर्म के माध्यम से ही सबमिशन स्वीकार करते हैं। किसी भी प्रश्न के लिए, कृपया inplainspeak@tarshi.net पर लिखें। यदि आपके पास कोई लेख तैयार नहीं है तो आप अपने प्रस्ताव हमारे साथ साझा करके उस पर हमसे विचार-विमर्श भी कर सकते हैं। कृपया हमें अपने ड्राफ्ट/प्रस्तुतियां ईमेल न करें और उसके लिए केवल गूगल फ़ॉर्म का उपयोग करें।
- अपने योगदान के साथ हमें 100 शब्दों में अपना बायो और अपनी एक तस्वीर भेजें। अगर आप अपने सोशल मीडिया के प्रोफ़ाईल भेजना चाहते हैं तो वो भी भेज सकते हैं।
- याद रखिए कि जो योगदान प्रकाशित हो जाता है वो लंबे समय तक इंटरनेट पर रहता है और उसे बहुत लोग देखते हैं। हम समझते हैं कि हम जिन मुद्दों पर चर्चा करते हैं वे बहुत संवेदनशील हैं इसलिए अगर आप चाहें कि आपका नाम गोपनीय रखा जाए तो ऐसा हो सकता है।
- हमें अंग्रेज़ी लेखों का हिंदी अनुवाद करने का अधिकार है और जब आप हमें अपने लेख भेजते हैं, आप हमें ऑफ़लाईन मंचों पर उनका इस्तेमाल करने की अनुमति देते हैं।
- इन प्लेनस्पीक एक ग़ैर-लाभकारी पत्रिका है इसलिए हम आपकी कृतियों के लिए पैसे नहीं दे सकते। हमें उम्मीद है कि इस पत्रिका में आपको अपने विचार और अनुभव साझा करने के लिए एक अच्छा मंच मिलेगा।
सोशल मीडिया
हम इन प्लेनस्पीक में प्रकाशित कृतियां तारशी के सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल्स पर भी पोस्ट करते हैं। कृपया हमें सूचित करें अगर आपको अपना काम सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाना मंज़ूर है या नहीं। अगर आपको इससे कोई दिक़्क़त नहीं है तो कृपया अपना सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल हमसे साझा करें ताकि हम आपको पोस्ट में टैग कर सकें।
समय-सीमा
एक थीम दो महीनों तक चलता है और हर महीने एक अंक निकलता है। वेबसाईट और हमारे सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्टरों पर ही योगदान भेजने की समय-सीमा बता दी जाती है। इससे जुड़े अपने सवाल आप inplainspeak@tarshi.net पर भेज सकते हैं। हमारे पास बहुत सारी कृतियां आतीं हैं इसलिए शायद हम तुरंत आपको जवाब न दे पाएं। हम कोशिश करते हैं कि एक हफ़्ते के अंदर आपको जवाब दे दें लेकिन कभी-कभी दो हफ़्ते भी लग जाते हैं।
तस्वीरों का श्रेय
हम लेखों में आमतौर पर ‘क्रिएटिव कॉमन्ज़’ तस्वीरों का इस्तेमाल करते हैं। अगर किसी तस्वीर के पास क्रिएटिव कॉमन्ज़ लाइसेंस नहीं है और हमने कलाकार को श्रेय नहीं दिया है तो कृपया हमें सूचित करें। हम तस्वीर हटा देंगे या तस्वीर के मालिक जैसे चाहें वैसे श्रेय वाली लाइन में बदलाव लाएंगे। हम उन सभी कलाकारों का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं जो मुफ़्त में हमें अपनी कृतियां भेजते हैं और इन प्लेनस्पीक जैसे एक ग़ैर-लाभकारी ई-पत्रिका को इन्हें प्रकाशित करने का मौक़ा देते हैं।
कॉपीराइट
इन प्लेनस्पीक के सभी लेखों पर तारशी का कॉपीराइट है और हम इनके मालिक हैं, अगर लेखक ने हमसे कॉपीराइट अपने पास रखने की गुज़ारिश न की हो। तारशी के द्वारा इन लेखों के प्रिंटआउट छात्रों, ग़ैर-सरकारी संगठनों, या ट्रेनिंग सेशन के हिस्सेदारों के लिए पठन सामग्री के रूप में इस्तेमाल हो सकता है। तारशी द्वारा आपके लेखों का अनुवाद किया जा सकता है और उन्हें फ़ेसबुक और एक्स (पुराना नाम ‘ट्विटर’) जैसे ऑनलाइन मंचों पर भी पोस्ट किया जा सकता है। हम कभी-कभी आपके लेख ग़ैर-लाभकारी प्रयोग के लिए दूसरे संगठनों के ऑनलाइन प्रकाशनों के साथ भी साझा करते हैं। ऐसे में हम लेख का शीर्षक बदल भी सकते हैं और हम लेखकों को सूचित करते हैं कि उनके लेख कहां साझा किए गए हैं।
लेखक तारशी को श्रेय देते हुए अपने लेख अपने निजी वेबसाइट या ब्लॉग पर प्रकाशित कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करना चाहें तो inplainspeak@tarshi.net पर लिखकर हमसे अनुमति लें।
कॉन्टेन्ट सिंडीकेशन/समूहन निति
हम हमेशा दूसरे नारीवादी ब्लॉग्स, ई-पत्रिकाओं, और वेबसाइटों के साथ काम करने की कोशिश करते हैं जो हमारी तरह सोचते हैं। हमें आपके साथ कॉन्टेन्ट सिंडीकेशन करने में ख़ुशी होगी अगर आप हमारे कॉन्टेन्ट में कोई बदलाव न लाएं (जैसे जावास्क्रिप्ट के साथ या बग़ैर लिंक शामिल करना) और विज्ञापनों के प्रदर्शन के ज़रिए इस कॉन्टेन्ट से आर्थिक लाभ कमाने की कोशिश न करें।
कॉन्टेन्ट के लिए श्रेय इस प्रकार दिया जाना चाहिए – “ये लेख (या रिव्यू/पोस्ट/वीडियो/इंटरव्यू) इन प्लेनस्पीक के (महीना, तारीख़) वाले अंक में प्रकाशित हुआ था। इन प्लेनस्पीक वैश्विक दक्षिण की पृष्ठभूमि में यौनिकता पर एक डिजिटल पत्रिका है।” साथ में लेखक का नाम और इन प्लेनस्पीक में दिया हुआ उनका बायो भी प्रकाशित होना चाहिए।
कॉन्टेन्ट आपके वेबसाइट पर प्रकाशित होने पर inplainspeak@tarshi.net पर उसका लिंक भेज दें।
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