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शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर अपनी मौजूदगी दर्ज करने के नारीवादी प्रयासों में वर्ग के आधार पर विभाजन को समझने के लिए हमें पहले यह जानना होगा कि किस तरह शहरों में सार्वजनिक स्थान लगातार कम हो रहे हैं और इनके लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ती जा रही है।
प्यार की अभिव्यक्ति कई रूपों में की जा सकती है और इसी तरह यौनिकता और इसे व्यक्त करने के भी कई तरीके होते हैं। हम सच्चाई को अधिक करीब से देख सकते हैं अगर हम इन सभी तरीकों को समझे और समग्र रूप से जाने।
क्रिस्टिन फ्रैंकर द्वारा पिछले वर्ष, एआईबी के बदनाम नाकआउट रोस्ट के दौरान कॉमेडियन अदिति मित्तल ने कार्यक्रम के पैनल पर…
मैं अपनी एक अमेरिकन दोस्त के साथ बातचीत कर रहा था जो स्वयं को दूसरी लहर की नारीवादी मानती हैं…
नहलाए जाने और नए कपड़े मिलने पर बुला बहुत खुश नहीं होती थीं। खाना वह ख़ुशी-ख़ुशी ले लेती थीं –…
यह मेरी इन्टरनेट पर भारतीय परिवारों द्वारा और ‘परिवार और यौनिकता’ विषय पर पोस्ट की जाने वाली सामग्री को पढ़…
श्वेता कृष्णन द्वारा मैं लामाय* से बैंकाक के एक स्पा में मिली थी। वो बात करने को उत्सुक थी और…
“सभी प्रसन्न परिवार एक से होते हैं; प्रत्येक अप्रसन्न परिवार अपने-अपने अलग कारणों से अप्रसन्न होता है” – लियो…
पिछले ८ महीनों से २०१५-पश्चात् विकास कार्यक्रम (पोस्ट-२०१५ डेवलपमेंट एजेंडा) किसी ना किसी रूप में हर किसी के दिमाग में…
This post is a part of TARSHI‘s #TalkSexuality Campaign. विथिका यादव: • क्या कंडोम के इस्तेमाल से सेक्स का मज़ा…
यह लेख तारशी के #TalkSexuality अभियान का हिस्सा है गुमनाम लेखक द्वारा प्रस्तुत मैं एक दोस्त के ज़रिए इस लड़के…
यह लेख तारशी के #TalkSexuality अभियान का हिस्सा है पिछले साल अगस्त में मेरे दादाजी का निधन हो गया। इस…
रुपसा मल्लिक द्वारा लिखित सोमिंदर कुमार द्वारा अनुवादित पिछले दो दशकों से प्रजनन प्रौद्योगिकी (रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी आरटी)[1] का उपयोग आम…
भारत के मुंबई शहर में रहने वाली निधि गोयल जेंडर और विकलांगता से जुड़े अधिकारों की पैरवीकार हैं। अनिषा दत्त…
संपादक की ओर से – जब शरीर और यौनिकता के बीच के रिश्ते की बात की जाती है तो ये…