हरयाणा में हर 1000 लड़कों पर केवल 830 लड़कियां हैं। ब्रेकथ्रू हरयाणा में पिछले २ वर्षों से लिंग भेद व लिंग चयन के खिलाफ अपने अभियान के दौरान एक नुक्कड़ नाटक – रानी की कहानी – द्वारा हज़ारों लोगो को इस मुद्दे से जोड़ता आया है। यह कहानी एक ऐसी लड़की की है जो हरयाणा में कम होती लड़कियों के कारण अपने लिए एक ऐसे समाज में जगह बनाने की कोशिश कर रही है जहाँ सामजिक लिंग निर्धारित भूमिकाएं व मानक उसके बंधन हैं और किस तरह अपने परिवार को यह समझाने में कामयाब होती है की लड़की की शादी ऐसे परिवार में ही की जाए जहाँ उसका सम्मान हो।